World IVF Day 2024 : विश्व आईवीएफ दिवस (World IVF Day) इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) की प्रक्रिया के महत्व और इसकी सफलता को मनाने का दिन है। इसे हर साल 25 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि इस दिन 1978 में दुनिया के पहले आईवीएफ बच्चे, लुईस ब्राउन का जन्म हुआ था।
इस दिन को मनाने का उद्देश्य आईवीएफ तकनीक के माध्यम से संतान सुख प्राप्त करने वाले दंपत्तियों और इस क्षेत्र में काम कर रहे चिकित्सा विशेषज्ञों को सम्मानित करना है। इसके अलावा, यह दिन उन लोगों में जागरूकता फैलाने का भी काम करता है जो संतानहीनता का सामना कर रहे हैं और उन्हें आईवीएफ जैसी आधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी देना है।
In vitro fertilisation (IVF) is one of several techniques available to help people with fertility problems have a baby.
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— KIMS Hospitals (@kimshospitals) July 25, 2023
विश्व आईवीएफ दिवस का इतिहास History of World IVF Day 2024
विश्व आईवीएफ दिवस का इतिहास इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) की प्रक्रिया और इसके विकास से जुड़ा हुआ है। इस दिन का महत्व 25 जुलाई 1978 को लुईस ब्राउन के जन्म के साथ शुरू होता है। लुईस ब्राउन दुनिया की पहली बच्ची थीं, जिनका जन्म IVF तकनीक के माध्यम से हुआ था। इस महत्वपूर्ण घटना ने चिकित्सा विज्ञान में एक नए युग की शुरुआत की।
प्रमुख घटनाएं:
1978: लुईस ब्राउन का जन्म
लुईस ब्राउन का जन्म डॉ. पैट्रिक स्टेप्टो और डॉ. रॉबर्ट एडवर्ड्स की टीम के प्रयासों से इंग्लैंड के ओल्डहैम जनरल अस्पताल में हुआ था। यह चिकित्सा विज्ञान में एक ऐतिहासिक क्षण था, जिसने संतानहीनता का सामना कर रहे दंपत्तियों के लिए एक नई उम्मीद जगाई।
1980 के दशक: IVF तकनीक का प्रसार
लुईस ब्राउन के जन्म के बाद, IVF तकनीक तेजी से लोकप्रिय होने लगी और कई देशों में इसका उपयोग होने लगा। इसके बाद, कई चिकित्सा संस्थानों ने IVF क्लीनिक स्थापित किए और इस क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहित किया।
2010: नोबेल पुरस्कार
डॉ. रॉबर्ट एडवर्ड्स को IVF तकनीक के विकास में उनके योगदान के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उनकी वैज्ञानिक उपलब्धियों और IVF तकनीक के माध्यम से अनगिनत जीवनों को प्रभावित करने के लिए दिया गया था।
विश्व IVF दिवस का उद्घाटन
25 जुलाई को विश्व IVF दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया ताकि इस तकनीक के महत्व और इसके जरिए हासिल की गई सफलता को सराहा जा सके। यह दिन उन सभी लोगों के लिए एक श्रद्धांजलि है जिन्होंने IVF तकनीक के विकास में योगदान दिया और उन लाखों परिवारों के लिए खुशी का कारण बने जिनके जीवन में यह तकनीक एक वरदान साबित हुई।
विश्व आईवीएफ दिवस 2024 थीम World IVF Day 2024 Theme
विश्व आईवीएफ दिवस 2024 की थीम अभी आधिकारिक रूप से घोषित नहीं की गई है। आम तौर पर, विश्व आईवीएफ दिवस की थीम हर साल अलग होती है और इसका उद्देश्य इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) के क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाना और नवीनतम प्रगति और चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना होता है। थीम आमतौर पर IVF तकनीक के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि नैतिकता, पहुंच, सफलता दर, और नई तकनीकों के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए चुनी जाती है।
अगर आप 2024 की थीम के बारे में अद्यतित जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो IVF से संबंधित प्रमुख संगठनों, जैसे कि ESHRE (European Society of Human Reproduction and Embryology) और ASRM (American Society for Reproductive Medicine) की वेबसाइटों पर नज़र रखें।
भ्रूणविज्ञानी कौन हैं? Who are embryologists?
भ्रूणविज्ञानी (Embryologist) एक विशेषज्ञ होते हैं जो मानव प्रजनन विज्ञान में अध्ययन और कार्य करते हैं, विशेषकर इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) और अन्य सहायक प्रजनन तकनीकों (ART) के क्षेत्र में। उनकी मुख्य भूमिका स्वस्थ भ्रूणों के निर्माण और विकास में सहायता करना है, जिससे उन दंपत्तियों को सहायता मिल सके जो स्वाभाविक रूप से संतान प्राप्ति में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
शैक्षिक पृष्ठभूमि:
आमतौर पर भ्रूणविज्ञानी के पास जीवविज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, जैव चिकित्सा विज्ञान, या संबंधित क्षेत्रों में स्नातक या स्नातकोत्तर डिग्री होती है।
कुछ भ्रूणविज्ञानी प्रजनन विज्ञान में विशेष प्रशिक्षण या PhD भी प्राप्त करते हैं।
विशेषज्ञता और प्रशिक्षण:
भ्रूणविज्ञानी को IVF प्रक्रियाओं, अंडाणु और शुक्राणु की तैयारी, भ्रूण संस्कृति, और भ्रूण स्थानांतरण में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त होता है।
वे भ्रूणों की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने और उन्हें सुरक्षित रखने के नवीनतम तरीकों से भी परिचित होते हैं।
कार्य की प्रकृति:
भ्रूणविज्ञानी मुख्य रूप से IVF क्लीनिक और प्रजनन चिकित्सा केंद्रों में काम करते हैं।
उनका कार्य प्रयोगशाला में होता है, जहां वे उच्च तकनीकी उपकरणों और प्रक्रियाओं का उपयोग करके गैमेट्स (अंडाणु और शुक्राणु) और भ्रूणों के साथ काम करते हैं।
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World IVF Day 2024 (Role and Responsibilities of Embryologist)
भ्रूणविज्ञानी (Embryologist) इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (World IVF Day 2024) प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी जिम्मेदारियां और कार्य विविध होते हैं और वे कई महत्वपूर्ण गतिविधियों को शामिल करते हैं जो IVF की सफलता के लिए आवश्यक हैं।
गैमेट (अंडाणु और शुक्राणु) की तैयारी और मूल्यांकन:
अंडाणु (ओसाइट्स) और शुक्राणु का संग्रहण, मूल्यांकन और तैयारी।
शुक्राणु की गुणवत्ता और गतिशीलता का मूल्यांकन।
अंडाणुओं की परिपक्वता और गुणवत्ता का निरीक्षण।
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) प्रक्रिया:
अंडाणुओं और शुक्राणु को मिलाकर निषेचन (फर्टिलाइजेशन) प्रक्रिया का संचालन।
इंट्रासाइटोप्लाज्मिक स्पर्म इंजेक्शन (ICSI) जैसी विशेष तकनीकों का उपयोग।
भ्रूण संस्कृति और निगरानी:
निषेचित अंडाणुओं की निगरानी और संस्कृति (कल्चर) करना।
भ्रूणों की गुणवत्ता का मूल्यांकन और उनकी वृद्धि का निरीक्षण।
विभाजन और विकास के विभिन्न चरणों में भ्रूणों की जांच।
भ्रूण चयन और स्थानांतरण:
सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले भ्रूणों का चयन करना।
गर्भाशय में भ्रूण स्थानांतरण (Embryo Transfer) प्रक्रिया का संचालन।
भ्रूण और गैमेट का क्रायोप्रिजर्वेशन:
अप्रयुक्त भ्रूणों और गैमेट्स (अंडाणु और शुक्राणु) को फ्रीज (क्रायोप्रिजर्वेशन) करना।
भविष्य में उपयोग के लिए भ्रूणों और गैमेट्स का सुरक्षित संग्रहण।
लैबोरेटरी प्रबंधन:
प्रयोगशाला उपकरणों का रखरखाव और कैलिब्रेशन।
उच्च गुणवत्ता मानकों और प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करना।
प्रयोगशाला सुरक्षा और स्वच्छता मानकों का पालन करना।
नैतिकता और नियमों का पालन:
IVF प्रक्रियाओं से संबंधित नैतिक और कानूनी मानकों का पालन।
रोगियों की गोपनीयता और जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
रोगियों के साथ संवाद:
रोगियों को प्रक्रिया की जानकारी देना और उनकी शंकाओं का समाधान करना।
परिणामों और अनुशंसित कदमों के बारे में रोगियों को जानकारी देना।
महत्व:
भ्रूणविज्ञानी की भूमिका IVF प्रक्रिया की सफलता में अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है। उनकी विशेषज्ञता और सावधानीपूर्ण कार्यप्रणाली से ही स्वस्थ भ्रूणों का विकास और गर्भाधान संभव हो पाता है। उनके कार्यक्षेत्र में नवीनतम वैज्ञानिक प्रगति और तकनीकों का ज्ञान आवश्यक होता है ताकि वे लगातार बदलते हुए प्रजनन चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्टता बनाए रख सकें।
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