HAPPY FATHER’S DAY 2024: जैसे-जैसे 16 जून को फादर्स डे नजदीक आ रहा है, दुनिया भर के परिवार हमारे जीवन में पिताओं की महत्वपूर्ण भूमिका का जश्न मनाने और उनका सम्मान करने के लिए कमर कस रहे हैं।
फादर्स डे सिर्फ उपहार देने का दिन नहीं है; यह पिता के अपने बच्चों, परिवारों और समग्र रूप से समाज पर पड़ने वाले प्रभाव पर विचार करने का समय है। एक पिता में परिवार की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने से लेकर भावनात्मक समर्थन, मार्गदर्शन और प्यार प्रदान करने तक कई भूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँ शामिल हैं।
पिता को अक्सर समाज में शक्ति के स्तंभ के रूप में देखा जाता है, जो उनके परिवारों के जीवन में स्थिरता और सुरक्षा प्रदान करते हैं। आइए इस फादर्स डे पर पिताओं के हर दिन किए जाने वाले समर्पण और बलिदान को पहचानने और उसकी सराहना करने के लिए कुछ समय निकालें।
On 16th June, 2024, use this same energy to wish your father a happy father’s day 🥺we also deserve love 💔🥺 pic.twitter.com/4b3J3pr9Lc
— TooSweet Ksarp🦅 (@toosweetksarp) May 12, 2024
हाल के वर्षों में,रूढ़िवादिता समाज से परे आधुनिक पिता अपने बच्चों की देखभाल, पालन-पोषण और उनके जीवन को आकार देने में सक्रिय रूप से शामिल हैं। 21वीं सदी में पिता होने के अर्थ को फिर से परिभाषित कर रहे हैं। इस फादर्स डे पर आइए इन प्रगतिशील पिताओं का जश्न मनाएं जो सभी मानकों पर को चुनौती देते हैं। अपने बच्चों के पालन पोषण में एक माँ के बराबर का योगदान देने की कोशिश करते है।
वह बचपन के रोमांचों को याद करना हो, हार्दिक बातचीत साझा करना हो, या बस एक साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताना हो, ये क्षण अत्यधिक महत्व रखते हैं। उन लोगों के लिए जिनके पिता अब हमारे साथ नहीं हैं, फादर्स डे उनकी स्थायी विरासत और हमारे जीवन पर उनके स्थायी प्रभाव की एक खट्टी-मीठी याद दिलाने वाला हो सकता है।
फादर्स डे की शुरुआत कब हुई(When did Father’s Day start?)
वर्ष 1909 में एक अमेरिकी लड़की सोनोरा स्मार्ट डोड (Sonora Smart Dodd) ने अपने पिता के सम्मान के लिए एक विचार का प्रस्ताव रखा। इस विचार को स्थानीय पादरियों ने स्वीकार किया था। फादर्स डे को सबसे पहले USA में सोनोरा स्मार्ट डोड द्वारा आयोजित कराय गया था।
इसके बाद वर्ष 1930 में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, डोड (Sonora Smart Dodd) ने राष्ट्रीय स्तर पर उत्सव को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।पहला फादर्स डे 19 जून को मनाया गया था, तब से ही जून के महीने में फादर्स डे के रूप में मनाया जाने लगा।
सोनोरा के पिता विलियम्स स्मार्ट ने अपनी पत्नी की मृत्यु के पश्चात 6 बच्चों का पालन पोषण खुद से किया।सोनोरा पुरे विश्व के पिता को उनके इस समर्पण,त्याग के लिए वह उन्हें सम्मान देना चाहती थी। उन्होंने जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया था। उसी दिन से पुरे विश्व में जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे को मनाते है।
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सर्वत्र जयमन्विच्छेत्, पुत्रादिच्छेत् पराभवम्।
पिता चाहते हैं कि, “उनके सारे कीर्तिमान संतान तोड़ दें। ऐसे में उन्हें सबसे अधिक खुशी तब मिलती है, जब संतान पिता का सिर गर्व से ऊंचा करे।” “पिता की दी हुई सीख और मार्गदर्शन को जीवन में उतार लिया जाए तो संतान संस्कारी और सफल हो सकती है।”
सर्वतीर्थमयी माता सर्वदेवमय: पिता।
मातरं पितरं तस्मात् सर्वयत्नेन पूजयेत्।।
कहने का तात्पर्य यह है कि, माता सर्वतीर्थ मयी और पिता सम्पूर्ण देवताओं का स्वरूप हैं। इसलिए सभी प्रकार से यत्नपूर्वक माता-पिता का पूजन करना चाहिए, जोकि माता-पिता की प्रदक्षिणा करता है, उसके द्वारा सातों द्वीपों से युक्त पृथ्वी की परिक्रमा हो जाती है।
एक पिता के सम्मान में कुछ पक्तियां(A few lines in honor of a father)
जब पिता की ममता का हो सामना,
जिंदगी का हर कदम हो आसान।
प्यार और सम्मान से भरा हो उनका जीवन,
यही है हमारा परमपिता का भाग्यवान।
पिता के बिना जीवन अधूरा हो जाता,
उनका स्नेह हमें हमेशा याद रहता।
पिता के बिना कुछ भी नहीं हो सकता,
उनका साथ हमें हमेशा चाहिए, यही है हमारी बात।
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पिता का प्यार, अमूल्य है बेशक,
हर पल उनका साथ, सुख-संपत्ति का धन है।
उनकी ममता, अनमोल वरदान है,
हमें स्वर्ग का समान लगता है उनका आदर्श गुण है।
पिता का स्नेह, सीख है सर्वोत्तम,
उनके बिना हर सपना, अधूरा है संघर्ष में उनका साथ, सहारा है,
पिता के बिना जीवन, रेंगता और बेहाल है।
पिता का त्याग, अनमोल है बेशक,
उनकी ममता, हर बच्चे का साथ है बचपन से लेकर बुढ़ापे तक।
भारत में क्या है इसका क्रेज(What is this craze in India?)
फादर्स डे भारत की मूल परंपरा नहीं है बल्कि पश्चिमी दुनिया के प्रभाव से चली आ रही परंपरा है। यह जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। फादर्स डे आमतौर पर केवल मुंबई, नई दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे, कोलकाता और अन्य बड़े शहरों में मनाया जाता है। यह उत्तर पूर्वी राज्य नागालैंड और केरल राज्य में जहां रविवार की सेवाओं पर चर्च में प्रार्थनाएं आयोजित की जाती हैं।
इस दिन को पहली बार 1909 में संयुक्त राज्य अमेरिका में मनाया गया और धीरे-धीरे लोकप्रियता हासिल हुई। भारतीय महानगरीय शहरों ने, बहुत बाद में, इस घटना को मान्यता देकर इसका अनुसरण किया। भारत में, यह दिन आमतौर पर बच्चों द्वारा अपने पिता को ग्रीटिंग कार्ड, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, शर्ट, सोने के हार, कॉफी मग या किताबें जैसे उपहार देकर मनाया जाता है।
इस दिन आप अपने पिता के साथ थोड़ा टाइम व्यतीत कर सकते है, जिससे उनको खुशी की अनुभूति प्रदान होगी। इस दिन आप सरप्राइज के तौर पर पिकनिक का भी आयोजन कर सकते है।
सभी अद्भुत परमपूज्य पिताओं को फादर्स डे की शुभकामनाएँ! आपके प्यार, शक्ति और मार्गदर्शन की वास्तव में सराहना की जाती है।
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