World Patient Safety Day 2024 : हर साल 17 सितंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की अगुवाई में विश्व रोगी सुरक्षा दिवस (World Patient Safety Day 2024) मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य मरीजों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना, स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं की जवाबदेही को सुनिश्चित करना और वैश्विक स्तर पर रोगी सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
इसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि किसी भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने के दौरान मरीज के साथ कोई अनियमितता न हो और उसकी सुरक्षा और अधिकारों का सम्मान किया जाए।
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— Patient Safety Learning (@ptsafetylearn) September 2, 2024
रोगी सुरक्षा और अधिकार: एक महत्वपूर्ण पहल
NABH (National Accreditation Board for Hospitals), जो भारत में अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए एक मानक (World Patient Safety Day 2024) स्थापित करने वाली संस्था है, ने मरीजों और तीमारदारों के अधिकारों और जिम्मेदारियों को लेकर दिशानिर्देश बनाए हैं। इन अधिकारों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर मरीज को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलें और उसका किसी भी प्रकार का शोषण न हो।
1. जानकारी प्राप्त करने का अधिकार:
मरीज और उसके परिजनों को उपचार के हर विकल्प के बारे में सही जानकारी देने (World Patient Safety Day 2024) का अधिकार है। इसमें उपचार के लाभ और हानि, संभावित जोखिम और उपलब्ध अन्य विकल्प शामिल हैं। अस्पताल की यह जिम्मेदारी होती है कि वह मरीज को उनकी भाषा में सरल और सटीक जानकारी दे ताकि मरीज और उसके परिवार को इलाज की प्रक्रिया की पूरी समझ हो सके।
2. सहमति का अधिकार:
किसी भी चिकित्सा प्रक्रिया से पहले मरीज की सहमति लेना अनिवार्य है। मरीज को इलाज के बारे में पूरी जानकारी दी जानी चाहिए, जिससे वह अपने स्वास्थ्य से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले स्वयं ले सके। यह प्रक्रिया चिकित्सा की पारदर्शिता और मरीज की स्वायत्तता को बनाए रखने में सहायक होती है।
3. गोपनीयता का अधिकार:
हर मरीज को अपनी स्वास्थ्य जानकारी गोपनीय रखने का अधिकार है। अस्पताल, डॉक्टर, और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को मरीज की बीमारी और उपचार की जानकारी को सुरक्षित रखना आवश्यक है। केवल कानूनी जरूरतों के अनुसार ही यह जानकारी साझा की जा सकती है।
4. सम्मान और गरिमा का अधिकार:
चिकित्सा प्रक्रिया के दौरान हर मरीज का सम्मान किया जाना चाहिए। NABH के अनुसार, अस्पताल को हर मरीज के साथ बिना किसी जाति, धर्म या लिंग के भेदभाव के समान व्यवहार करना चाहिए। विशेष रूप से, महिला मरीजों के इलाज के दौरान महिला स्वास्थ्य कर्मी (World Patient Safety Day 2024) की मौजूदगी जरूरी है, जिससे उनकी गरिमा का सम्मान हो सके।
5. उपचार चुनने का अधिकार:
मरीजों को अस्पताल, डॉक्टर और उपचार विधियों का चुनाव करने का पूरा अधिकार है। वे अपनी मर्जी के डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज संबंधी निर्णय ले सकते हैं। अस्पताल की यह जिम्मेदारी है कि वह मरीज को उपलब्ध सभी विकल्पों की जानकारी दे और उन्हें निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र रखे।
6. अच्छी देखभाल का अधिकार:
प्रत्येक मरीज को उच्च गुणवत्ता वाली, सुरक्षित और प्रभावी चिकित्सा सेवाएं प्राप्त करने का अधिकार है। NABH के दिशा-निर्देशों के अनुसार, हर अस्पताल को बिना किसी भेदभाव के सभी मरीजों को सर्वश्रेष्ठ संभव स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करनी चाहिए।
7. शिकायत दर्ज कराने का अधिकार:
अगर किसी मरीज को अस्पताल की सेवाओं से कोई शिकायत है, तो वह बिना किसी (World Patient Safety Day 2024) डर के अपनी बात रख सकता है। NABH के अनुसार, अस्पतालों को एक उचित शिकायत निवारण प्रणाली बनानी चाहिए, जहां मरीज अपनी शिकायत दर्ज करा सके और उन्हें समय पर समाधान मिल सके।
8. वित्तीय पारदर्शिता का अधिकार:
मरीजों को अस्पताल में इलाज के दौरान होने वाले खर्चों, बीमा योजनाओं और अन्य वित्तीय जानकारी प्राप्त करने का अधिकार है। अस्पताल को यह सुनिश्चित करना होता है कि मरीज को इलाज शुरू होने से पहले ही सभी वित्तीय जानकारी दी जाए।
9. दर्द निवारण का अधिकार:
हर मरीज को अपने दर्द को कम करने और उसके निवारण की (World Patient Safety Day 2024) प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अधिकार है। अस्पताल और स्वास्थ्य सेवाएं ऐसी होनी चाहिए कि मरीज को शीघ्र राहत मिल सके और उसके दर्द का प्रभावी उपचार हो सके।
10. अस्पताल बदलने का अधिकार:
अगर मरीज को स्थानांतरित किया जाना है, तो उसे इसके पीछे के कारण स्पष्ट रूप से बताए जाने चाहिए। मरीज को यह अधिकार है कि वह अपने डॉक्टर से सवाल पूछे और सर्वोत्तम उपचार विकल्पों के बारे में जानकारी प्राप्त करे।
World Patient Safety Day 2024 मरीज और तीमारदारों की जिम्मेदारियाँ
जितने अधिकार मरीजों के होते हैं, उतनी ही उनकी जिम्मेदारियां भी होती हैं। मरीज को अपने उपचार की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदार बनना चाहिए।
1. सटीक जानकारी देना:
मरीज की यह जिम्मेदारी है कि वह अपने डॉक्टर को अपनी पूरी चिकित्सा जानकारी दे। इसमें उसकी स्वास्थ्य स्थिति, पूर्व उपचार और ली जा रही दवाओं की जानकारी शामिल है। इससे डॉक्टर को सही इलाज करने में मदद मिलती है।
2. चिकित्सा निर्देशों का पालन:
मरीजों को डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए, जैसे निर्धारित दवाएं लेना, नियमित चेकअप के लिए आना और जीवनशैली में किए गए बदलावों का पालन करना। अगर मरीज को कोई असुविधा हो रही है, तो उसे डॉक्टर को तुरंत सूचित करना चाहिए।
3. अस्पताल स्टाफ का सम्मान:
मरीज को डॉक्टर, नर्स और अन्य अस्पताल स्टाफ के साथ सम्मानजनक व्यवहार करना चाहिए। अस्पताल का माहौल भी सकारात्मक बनाए रखना मरीज की जिम्मेदारी है ताकि अन्य मरीजों को असुविधा न हो।
4. अपने सामान की देखभाल:
मरीज और तीमारदार को अपने सामान की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए। अस्पताल में प्रवेश के (World Patient Safety Day 2024) दौरान कई बार सामान गायब हो सकता है, इसके लिए अस्पताल को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है।
5. सेवा के लिए भुगतान:
मरीजों को सभी स्वास्थ्य सेवाओं का भुगतान करना होता है, चाहे वह प्रत्यक्ष हो या बीमा के माध्यम से। अस्पताल में सेवाओं के लिए मरीज को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई देरी या बकाया न हो।
WHO के निर्धारित रोगी सुरक्षा लक्ष्य (World Patient Safety Day 2024)
WHO ने मरीजों की सुरक्षा के लिए 6 प्रमुख लक्ष्य निर्धारित किए हैं:
- मरीजों की सही पहचान करना।
- प्रभावी संचार को बढ़ावा देना।
- हाई-अलर्ट दवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- गलत-साइट, गलत-रोगी, गलत-प्रक्रिया सर्जरी को रोकना।
- संक्रमणों को कम करना।
- मरीजों के गिरने से होने वाली चोटों को रोकना।
विश्व रोगी सुरक्षा दिवस (World Patient Safety Day 2024) का मुख्य उद्देश्य मरीजों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना है। NABH और WHO के दिशा-निर्देश हमें यह सिखाते हैं कि मरीजों के अधिकारों की रक्षा और सुरक्षा करना अस्पतालों की पहली जिम्मेदारी होनी चाहिए।