Crime Mystery EP 2: आज की कहानी हमारे देश की पहली मशहूर परफ्यूम एक्सपर्ट मोनिका घुरडे की है। बेहद खूबसूरत अड़तीस साल की मोनिका घुरडे मूलत: महाराष्ट्र के नागपुर शहर की निवासी थीं. मोनिका के पिता रिटायर्ड जज थे. मोनिका की उच्च शिक्षा मुंबई में हुई थी. फोटोग्राफी की शौकीन मोनिका जमाने की भीड़ में खोने के बजाए कुछ अलग हटकर करने को बचपन से ही उतावली रहती थीं.
Crime Mystery EP 2: लोग मोनिका को महक की मल्लिका भी कहते थे
उन्हें देशी-विदेशी कीमती और एक से बढ़कर एक बेहतरीन खुश्बू वाले इत्र (परफ्यूम्स) के इस्तेमाल का शौक भी छोटी उम्र से ही लग चुका था. मुंबई स्थित जेजे इंस्टीट्यूट ऑफ एलाइड आर्ट्स से मोनिका ने फोटोग्राफी में डिग्री कोर्स भी किया था. फोटोग्राफी की पढ़ाई के पायदान तक आते-आते मोनिका ने इत्रों के बारे में भी काफी कुछ नॉलिज हासिल कर ली थी.
वे काफी दूर से इत्र की कीमत, क्वॉलिटी इत्यादि के बारे में भीड़ में भी बताने से नहीं चूकती थीं. लोग मोनिका को महक की मल्लिका भी कहते थे। यह कहानी जून 2016 की है , मोनिका गोवा की राजधानी पणजी के पास शान गोंडा में सपना राजबली नाम की सोसाइटी में एक तीन बेडरूम का फ्लैट किराए पर लिया था। इत्र के बिजनेस की शोहरत और काम के बोझ ने मोनिका को गृहस्थ जीवन की ओर से एकदम मोड़ ही दिया था।
मगर कुछ आपसी विवादों के चलते हैं वह एक साल से अकेली ही रहती थी और वहीं रहकर अपना परफ्यूम का बिजनेस चला रही थी। अपने इस प्रोफेशन की वजह से वह सोसाइटी में काफी मशहूर थी। बड़े-बड़े लोगों के साथ उठना बैठना होता था। 6 अक्टूबर 2016 को सुबह 9 से 10 बजे के बीच हमेशा की तरह उनकी मेड आती और मोनिका के अपार्टमेंट की डोर बेल बजी आती है।
Crime Mystery : अनहोनी की आशंका
मगर अंदर से कुछ रिस्पांस नहीं आता उसके बाद वह मेड फिर घंटी बजाती है। अगर अब भी कोई रिस्पांस नहीं मिलता आ फिर वह कई बार बेल बजती है आवाज भी लगाती और दरवाजा भी पिटती है पर अब भी दरवाजा नहीं खुलता हैं। अब वो थोड़ा घबरा जाती है और मुंबई में रह रहे उसके भाई आनंद घुरडे को कॉल करती है और सारी सिचुएशन बताती है। फिर मोनिका का भाई आनंद कई बार मोनिका के मोबाइल पर कॉल करता है।
मोनिका के तरफ से कोई फोन नहीं उठाता उसके बाद आनंद घोड़े मोनिका की एक पड़ोसन को कॉल करता है जो कि वहीं बगल के अपार्टमेंट में रहती थी। उसके पास मोनिका के फ्लैट की डुप्लीकेट चाबी हमेशा रहता था। आनंद के कॉल करने के थोड़ी देर बाद ही वह महिला डुप्लीकेट चाबी के साथ वहां पहुंच जाती है। फिर वह डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोलकर जैसे ही अंदर घुसती है उसकी चीख निकल जाती है।
वह देखती है कि मोनिका बैड पर सीधी लेटी हुई है उसके दोनों हाथ पीछे बैठ से बंधे हुए हैं और कमर से निचले भाग पर कोई भी कपड़ा नहीं है। वह फौरन पुलिस को कॉल करती है थोड़ी देर बाद गोवा पुलिस राज वैली के उनके अपार्टमेंट में पहुंच जाती है। जब पुलिस अपार्टमेंट में जाती है तो पता चलता है कि मोनिका की मौत हो चुकी है। फिर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जाता है और कमरे की तलाशी ली जाती है।
हैरानी की बात यह थी कि उस पूरे अपार्टमेंट में कहीं से भी फोर्सफुली एंट्री के सबूत नहीं मिले थे। कमरे में अंडे के छिलके भी पड़े हुए थे जिससे पता चलता है कि अंडे भी खाए गए थे। उसके बाद मोनिका के पर्स को चेक किया जाता है कि इसमें कुछ सबूत मिल जाए मगर पर्स में कुछ डेबिट कार्ड के बीच के अलावा और कुछ नहीं मिलता है। अब पुलिस सोचती है की CCTV को खंगाला जाए ताकि कुछ मिले तो पता चलता है कि सोसायटी में कोई सीसीटीवी कैमरा ही नहीं है और यहां भी नाकामी ही हाथ लगती है। फिर पुलिस राज वैली के लोगों से पूछताछ करती है।
Crime Mystery : पुलिस को सबूत नहीं मिल पाना
किसी ने कोई संदिग्ध मोनिका के फ्लैट में आते-जाते देखा हो पर यहां भी पुलिस को किसी से कोई जानकारी नहीं मिलती है। उसके बाद पुलिस चोरी के एंगल से भी जांच करती है मगर मोनिका के फ्लैट से ऐसी कोई भी चीज गया नहीं थी जिससे यह साबित हो सके कि यह हत्या चोरी के मकसद से किया गया हो। अब पुलिस सोचती है कि इस फ्लैट में जबरदस्ती कोई अंदर नहीं आया तो जरूर जो भी अंदर आया और मर्डर किया वह मोनिका का जानकार होगा।
सबसे पहला शक जाता है मोनिका के पति भरत राम मरुथम पर जो कि खुद तमिलनाडु के एक मशहूर फोटोग्राफर थे। पुलिस उनसे पूछताछ करती है मगर पूछताछ में ऐसा कुछ सामने नहीं आता है। जिससे कि उन पर शक किया जाए इधर जैसे ही मोनिका के मर्डर की खबर बाहर आती है पूरे गोवा में हड़कंप मच जाता है क्योंकि मोनिका एक जाना-माना चेहरा थी। बड़े-बड़े लोग उसे जानते थे जो भी इस खबर को सुनता वह दंग रह जाता।
पुलिस ने भी अपनी जांच में कोई ढील नहीं बरती क्योंकि यह हाई प्रोफाइल केस बन चुका था। पूरे देश की मीडिया बस इसी केस को कवर कर रही थी। पब्लिक भी यह जानना चाहती थी कि आखिर वह मिस्ट्री किलर कौन है इतने में मोनिका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ जाती है। उसमें पता चलता है कि मोनिका की मौत दम घुटने से हुई है। यह भी पता चलता है कि मौत से पहले मोनिका के साथ बलात्कार भी हुआ है।
उसके बाद पुलिस इस बात की भी पड़ताल करती है कि कहीं किसी आपसी रंजिश की वजह से तो ये क़त्ल नहीं हुआ है। मोनिका का बिहेवियर सभी के साथ फ्रेंडली था तो पुलिस इस एंगल को भी नकार देती है कुल मिलाकर अब तक पुलिस खाली हाथ थी वह हर एंगल से इस केस पर जांच कर रही थी। कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी कि अचानक से तफ्तीश के दौरान ही एक पुलिस वाले का माथा ठनका और उसे याद आता है कि कमरे की तलाशी के दौरान उन्हें कुछ डेबिट कार्ड के बिल मिले थे। लेकिन पूरी तलाशी के दौरान उन्हें कोई भी डेबिट कार्ड नहीं मिला था।
Crime Mystery : पुलिस को मिला हत्यारे का सुराग
उसके बाद गोवा पुलिस एटीएम कार्ड के बिल को लेकर बैंक पहुंचती है और उस कार्ड के ट्रांजेक्शन की डिटेल्स मांगती है. तब पता चलता है कि 6 अक्टूबर को सुबह 6:00 ही इस कार्ड का इस्तेमाल पोलावरम के ATM में किया गया है जो कि सपना राजवैली से चार से पांच किलोमीटर दूर है। उसके बाद पुलिस बैंक से उस कार्ड पर नजर बनाए रखने को कहती है। पुलिस की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है तो जिस आदमी ने अकाउंट से पैसे निकाले थे।
उसकी तस्वीर ATM के कैमरे में कैद हो गई थी उस तस्वीर को लेकर पुलिस सपना राज वैली पहुंचती है और जैसे ही वहां के लोगों को यह तस्वीर दिखाई जाती है। यहाँ तुरंत उस तस्वीर को पहचान लिया जाते हैं और कहते हैं कि इसका नाम राजकुमार है और यहां का पुराना सिक्योरिटी गार्ड था। मगर चोरी के इल्जाम में ढाई महीने पहले इसे नौकरी से निकाल दिया गया था। गोवा पुलिस के लिए एक बहुत बड़ी कामयाबी थी क्योंकि इस केस में पहली बार पुलिस के पास एक नाम और एक चेहरा था। उसके बाद पुलिस राजकुमार की कुंडली खंगालती है तो पता चलता है कि 21 साल का राजकुमार पंजाब के बठिंडा का रहने वाला है।
पहले भी इसके ऊपर चोरी के मामले दर्ज हो चुके हैं। कि पुलिस को राजकुमार की सारी जानकारी तो मिल गई मगर पुलिस के लिए चैलेंज यह था कि उसे पकड़ा कैसे जाए। उसके लिए गोवा पुलिस अब उस डेबिट कार्ड की अगली ट्रांजेक्शन का इंतजार करने लगी थी। कुछ वक्त बीतता है और अचानक से पुलिस को पता चलता है कि अभी-अभी बैंगलोर के एटीएम से इस कार्ड का इस्तेमाल करके कुछ पैसे निकाले गए हैं। गोवा पुलिस तुरंत हरकत में आती और बेंगलूर पुलिस से कांटेक्ट करती है। बेंगलूर पुलिस उस टीम की फुटेज भेज देती है, जहां से उसने पैसे निकाले थे।
Crime Mystery : पुलिस को मिला CCTV फुटेज
उस टीम की फुटेज में भी राजकुमार का चेहरा साफ साफ नज़र आ रहा था। उसके बाद बेंगलूर पुलिस राजकुमार की फोटो को लेकर उस लोकेशन के आसपास के होटल और लॉज में पूछताछ करना शुरू कर देती है। थोड़ी देर बाद ही एक होटल के रिसेप्शन पर वह राजकुमार की तस्वीर को पहचान लिया जाता है और कहता है कि हां इस तरह का एक बंदा हमारे होटल में ठहरा हुआ है। मगर वह अभी किसी काम से बाहर गया हुआ है। पुलिस वहीं रिसेप्शन पर राजकुमार के आने का इंतजार करने लगी और यह सभी पुलिसवाले सादी वर्दी में ताकि राजकुमार को कोई शक ना हो।
थोड़ी देर बाद राजकुमार जैसे ही रिसेप्शन पर पहुंचता है। पुलिस वाला उसे पहचान लेता है और उसे दबोच लेता है। पुलिस के द्वारा मोनिका घुरडे के मर्डर के कुछ दिन बाद ही अक्टूबर 2016 को राजकुमार को बेंगलुरू के एक होटल से अरेस्ट कर लिया जाता है। उसका नाम पूछा जाता है तो एक्सेप्ट करता है कि उसका नाम राजकुमार है इसके बाद गोवा पुलिस को कांटेक्ट किया जाता है फिर गोवा पुलिस बेंगलुरु पहुंचती है और कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेकर राजकुमार को गोवा लेकर आती है। अब उससे पूछताछ शुरू होती है और थोड़ी देर बाद ही राजकुमार अपना गुनाह कबूल लेता है।
Crime Mystery : आरोपी का कबूलनामा
जब पुलिस पूछती है कि उसने ऐसा क्यों किया तो वह अपनी सारी कहानी सुनाता है आज से करीब चार महीने पहले यानी कि जून 2016 से शुरू होती है 39 साल की मोनिका घुरडे अपने परफ्यूम के बिजनेस के सिलसिले में गोवा में शिफ्ट होने का फैसला करती है। जिसके लिए मोनिका ने गोवा में एक रेंट फ्लैट ढूंढना शुरू किया 17 जून 2016 को मोनिका पंडित जी के पास शान गोंडा में एक सपना ज्वेलरी नाम की सोसाइटी में फ्लैट देखने के लिए पहुंचती है। सोसायटी के गेट पर मोनिका को सिक्योरिटी गार्ड राजकुमार मिलता है।
Crime Mystery : आरोपी का एक तरफ़ा प्यार की कहानी
उस सोसायटी के मैनेजमेंट ने राजकुमार को पहले ही फोन कर दिया था कि कोई महिला आएंगी फ्लैट देखने तो उन्हें फ्लैट दिखा देना। उसके बाद राजकुमार मोनिका को फ्लैट दिखाता है और फ्लैट देखने के बाद मोनिका वहां से चली जाती है। मगर हुआ यह कि इस फ्लैट को देखने और दिखाने के दौरान राजकुमार मोनिका को अपना दिल दे बैठता है। फिर 45 दिन बीतने के बाद एक गाड़ी सपना ज्वेलरी के गेट पर आकर रुकती है राजकुमार गेट ओपन करता है तो देखता है कि मोनिका अपने सामान के साथ वहां पहुंची है।
मोनिका राजकुमार को बताती है कि उसने जो फ्लैट उसे दिखाया था उसने ले लिया है राजकुमार यह बात सुनकर मन ही मन बहुत खुश होता है। राजकुमार दूसरे लोगों की मदद से मोनिका का समान उसके फ्लैट तक पहुंचा देता है। इन बीते चार-पांच दिनों में राजकुमार लगातार बस मोनिका के बारे में ही सोच रहा था। मोनिका का चेहरा उसके पूरे दिलों दिमाग पर छाया हुआ था। उसके बाद राजकुमार मोनिका से और ज्यादा मिलने और उसे देखने का तरीका ढूंढने लगा था। चुकीं वह एक सिक्योरिटी गार्ड था तो उसे मिलने का ज्यादा मौका मिल नहीं रहा था।
फिर उसने अपने मैनेजमेंट से बात की और कहा कि वह अपनी ड्यूटी के बाद सोसायटी के लोगों की गाड़ी की धुलाई और सफाई का काम भी करना चाहता है। सोसायटी का मैनेजमेंट उसकी बात को मान लेता है और उन्हें भी लगता है कि चलो इससे लोगों की जरूरत पूरी हो जाएगी। राजकुमार थोड़े एक्स्ट्रा पैसे भी कमा लेगा पर राज कुमार के मन में कुछ और ही था। उसी समय राजकुमार मोनिका के फ्लैट पर पहुंच जाता है और मोनिका को बताता है कि अब वह गाड़ी भी साफ करेगा। मोनिका भी मान जाती है और उसे अपनी गाड़ी साफ करने के लिए हां कर देती है।
अब राज कुमार मोनिका की गाड़ी भी साफ करने लगा और गाड़ी की चाबी लेने और देने के बहाने वह मोनिका के फ्लैट में भी चला जाता था। उसकी एक झलक भी देख लेता था। मगर इसी गाड़ी की सफाई की वजह से एक दिन राजकुमार की नौकरी चली जाती है। बात ये था कि एक दिन मोनिका का एक छाता उसकी गाड़ी से गायब हो गया था मोनिका राजकुमार से इस बारे में पूछती है पर वह मना कर देता है।
इसके बाद मोनिका सोसायटी के मैनेजमेंट से इसकी शिकायत करती है और कहती है कि अगर सोसाइटी में ऐसे ही लोगों के सामान गायब होने लगे तो सोसायटी की काफी बदनामी होगी। वहां का मैनेजमेंट इस बात को सीरियस लेता है और छानबीन शुरू कर देता है फिर पता किया जाता है कि मोनिका की गाड़ी को किसने खोला तो पता चलता है कि मोनिका के अलावा सिर्फ राजकुमार ही खोलता था।
Crime Mystery : चोरी का आरोप और नौकरी से बाहर निकलवाना
इसके बाद उस जगह की तलाशी ली जाती है जिसमें राजकुमार रहता था। और मोनिका का छाता वहां से बरामद हो जाता है। उस सोसायटी में पहले भी लोगों के सामान चोरी होने की बात आती रहती थी और छाता मिलने के बाद सारा इल्ज़ाम राजकुमार पर ही जाता है। इसी के बाद 22 जुलाई 2016 को राजकुमार को चोरी के इल्जाम में नौकरी और सपना राज वैली से निकाल दिया जाता है।
राजकुमार मोनिका को इसका बजह मानने लगा की उसी ने उसे नौकरी से निकलवा दिया तो इस बात ने राजकुमार के अंदर एक अजीब सा जहर गुस्सा भर दिया था। उसके बाद राजकुमार वहां से चला जाता है और फिर कुछ दिन वहीं गोवा के पोंडा इलाके में मजदूरी का काम करता है। इस दौरान वह दो बार मोनिका से मिलता है और उससे चोरी की शिकायत वापस लेने को कहता है पर मोनिका साफ मना कर देती है।
Crime Mystery : राजकुमार का आर्थिक स्थिति खराब
कुछ दिन वहां मजदूरी करने के बाद वह गोवा को छोड़ देता है और नौकरी की तलाश में चेन्नई पहुंच जाता है। वहां से मुंबई जाता है और फिर पुणे में हर जगह छोटी-मोटी मजदूरी करके अपना पेट पालता है। जब उसे कहीं भी कोई ढंग की नौकरी नहीं मिलती तो वह वापस 2 अक्टूबर 2016 को गोवा पहुंच जाता है। उसके मन में अब भी वहीं नफरत थी उसके बाद राजकुमार तीन अक्टूबर 2016 को दोपहर में वापस सपना रोज वैली में पहुंचता है।
जहां वह गार्ड की नौकरी करता था वह मेन गेट से सोसाइटी में दाखिल हो जाता है। इत्तेफाक से उसे कोई भी अंदर कि नहीं देखता फिर वह सीधे मोनिका के अपार्टमेंट के नीचे पहुंच जाता है। इधर उधर देखता है कि मोनिका की कार वहां पार्क नहीं है तो वह समझ जाता है कि मोनिका घर पर नहीं है। अब राजकुमार वहां से जाने की बजाए वहीं रुककर मोनिका के आने का इंतजार करने का फैसला करता है।
उसे पकड़े जाने का डर भी था तो वह चोरी छुपे उस अपार्टमेंट की छत पर पहुंच जाता है और क्योंकि वह पहले वहां काम कर चुका था तो उसे सारे रास्ते पता थे। छत पर कोई आता जाता नहीं था वह अक्सर खाली ही रहता था अब वह छत पर रुककर मोनिका के आने का वेट करने लगा। वह बीच-बीच में कई बार छत से नीचे आता और मोनिका के फ्लैट को देखता मगर पूरा तीन अक्टूबर बीत जाता है पर उसे मोनिका की कार दिखाई नहीं देती है।
उसके बाद अगला दिन चार अक्टूबर आता है मगर मोनिका की कार नहीं दिखाई देता है। फिर चार अक्टूबर भी बीत जाता है और पांच अक्टूबर आ जाता है पांच अक्टूबर को भी वह सुबह से कई बार मोनिका की कार चेक कर चुका था मगर उसे कार दिखाई नहीं दिया था। अब लगभग 2 दिन बीत गए थे उसे छत पर रुके हुए छत पर ना तो कुछ खाने को था और ना कुछ पीने को इस दौरान कई बार उसका मन करा कि वहां से चला जाए मगर वह अपने मन में कुछ सोचकर आया था।
Crime Mystery : हत्या के लिए 48 घंटे का इंतज़ार
उसी सनक में उसने लगभग 48 घंटे से भी ज्यादा का वक्त भूखे-प्यासे छत पर बिता दिया था। 5 अक्टूबर 2016 को दोपहर के करीब 3 से 3:30 वह एक बार फिर नीचे आया तो उसने देखा कि मोनिका की गाड़ी पार्किंग में खड़ी है इसका मतलब था कि मोनिका आ चुकी है। फिर वह छत पर वापस चला गया और अंधेरा होने का इंतजार करने लगा उसके बाद वह शाम को साढे छह बजे के करीब नीचे आता है और मोनिका के फ्लैट की घंटी बजाता है।
मोनिका अंदर से पूछती है कि कौन तो वह अपने आपको सिक्योरिटी सुपरवाइजर बताता है उसके बाद मोनिका दरवाजा खोलती है। जैसे ही मोनिका दरवाजा खोलती है राजकुमार उसे जोर से धक्का देता है और दरवाजा अंदर से बंद कर देता है। मोनिका को इतने कुछ समझ में आता उससे पहले वह अपनी जेब से चाकू निकालकर बोल अगर शोर किया तो चाकू मार दूंगा मगर मोनिका फिर भी जोर से चिल्लाती है तो राजकुमार अपने हाथ से उसका मुंह दबा आता है और उसे बाथरूम में ले जाता है।
फिर डरा-धमकाकर उस पर कंट्रोल करता है इसके बाद वह चाकुओं के जोर व मोनिका को बैडरूम में ले जाता है और उसे बेड पर लेट आता है। राजकुमार पहले उसके दोनों हाथ पीछे बैठ से बांध देता है फिर उसके दोनों पैरों को भी बेड से बांध देता है। अब राजकुमार चाकू की नोक पर उससे पैसे मांगता है मोनिका बहुत डर जाती है और कहती है कि पर्स में जितने भी पैसे हैं सब ले लो। उसके बाद राजकुमार पर्स खंगालता है तो पर्स में से करीब ₹4000 निकलते हैं मगर राजकुमार का दिल नहीं भरता।
Crime Mystery : मोनिका से पैसे लेना फिर हत्या
राजकुमार मोनिका से और पैसे मांगता है तो मोनिका बोलती है कि मेरे पास तो अभी बस इतने ही पैसे हैं अगर तुम्हें और पैसे चाहिए तो मेरे पर्स में डेबिट कार्ड है उसे ले लो और ATM से पैसे निकाल लेना। मगर राजकुमार को डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करना नहीं आता था तो बकायदा मोनिका उसे पैसे निकालने का तरीका भी बताती है। की ऐसे काट डालना है फिर लैंग्वेज सलेक्ट करना है फिर पिन डालना है और डेबिट कार्ड का पिन नंबर भी बता देती है।
मोनिका को लगता है कि अब राजकुमार यहां से चला जाएगा मगर राजकुमार पैसे और कार की चाभी लेकर वहां से उठता है। एक कपड़ा लेकर मोनिका के मुंह में ठूंस देता है और हाथ-पैर बांधने और मुंह में कपड़ा ठूंस ने के बाद जब उसे तसल्ली हो जाती है कि मोनिका आप कुछ कर नहीं सकती तो वह बड़े इत्मीनान से वहां से उठता है। फिर किचन में जाता है फिर से पानी निकलता है पानी पीता है।
अंडे निकलता है उन्हें बॉईल करता है और फिर बड़े आराम से खाता है। राजकुमार को कोई जल्दीबाजी नहीं थी वह बड़ी तसल्ली से खा पी रहा था क्योंकि उसे पता था कि मोनिका उस फ्लैट में अकेली रहती है। वह बड़े इत्मीनान से फिर से आइसक्रीम निकाल कर खाता है फिर चॉकलेट खाता है। दो दिन से जो वह छत पर भूखा-प्यासा था वह अपनी सारी भूख और प्यास मिट जाता है। इन सब मैं रात के तकरीबन 12 बज चुके थे जब उसका पेट भर गया।
वह फिर वापस मोनिका के पास पहुंचता है फिर वह मोनिका का फ़ोन लेता है तो उसमें स्क्रीन लॉक लगा था वह फिर चाकू के दम पर उसका पासवर्ड पूछता है तो मरता क्या ना करता मोनिका से पासवर्ड बता देती है। इसके बाद राज कुमार मोनिका के मोबाइल में पोर्न साइट खोलता है। फिर जबरदस्ती उसे तीन अश्लील क्लिप दिखाता है मोनिका बिल्कुल बेसुध सी हो चुकी थी और उसे लग गया था कि राजकुमार उसे छोड़ने वाला नहीं है।
उसके बाद राजकुमार मोनिका के दोनों पैर खोल देता है। कमर से नीचे के सारे कपड़े उतार देता है। फिर अपनी उस चाहत को पूरा करता है जो कि उसके दिमाग में पहले दिन से थी। जब वह मोनिका के साथ बलात्कार करता है अब तक रात के करीब ढाई बज चुके थे। लगभग आठ घंटे से व मोनिका के कमरे में था जब उसका मन भर गया तो वह पहली बार घबराया था। क्योंकि उसे पता था कि वह राजकुमार को अच्छी तरह से जानती है और अगर उसने यह बात पुलिस को बताई तो वह पकड़ा जाएगा।
इसके बाद वह उसी बेड से एक तकिया लेता है और मोनिका का मुंह दबाने लगा और तब तक दबाता रहा जब तक कि मोनिका की मौत नहीं हो गई। फिर वहां से आराम से उठा और बाथरूम में गया उसे अब भी कोई हड़बड़ाहट नहीं थी उसके बाद उसने शेविंग किया फिर नहाया और 6 अक्टूबर 2016 की सुबह 3:30 अंधेरे में वह चोरी छुपे वहां से निकल गया। फिर सुबह 8:00 ATM से पैसे निकालने के बाद वह बेंगलूर चला गया।
Crime Mystery : आरोपी को कोर्ट में पेश करना
जहां से पुलिस ने उसे अरेस्ट किया उसकी एक कहानी सुनने के बाद सारे पुलिस वाले भी दंग थे जिस तरह से उसने रेप और मर्डर किया था। उसके बाद गोवा पुलिस राजकुमार के खिलाफ सारे सबूत इकट्ठा करती है। राजकुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 यानि मर्डर 376 यानि रेप और 392 यानि रोबरी का चार्ज लगाकर छह जनवरी 2017 को कोर्ट में 228 पेज की चार्जशीट दाखिल करती है। यह केस अभी भी लोअर कोर्ट में ही है।
पूरा भारत इसी इंतज़ार में है की फैसला कब आता है। कुल मिलाकर एक तरफा चाहत और नफरत ने परफ्यूम एक्सपर्ट मोनिका घुरडे जो कि लोगों की जिंदगी में खुशबू भरती थी उसकी जान ले ली। इस कहानी में मिस्ट्री थी एकतरफा चाहत थी नफरत थी और एक सनकी कातिल था जो कि अपनी सनक पूरी करने के लिए 48 घंटे से भी ज्यादा भूखा प्यासा छत पर छिपा रहा .
यह थी मोनिका घुरडे मर्डर केस की पूरी कहानी मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को यह कहानी पसंद आई होगी अगर आपको कहानी पसंद आया हो तो कमेंट करके बताएं कि आपको कहानी कैसी लगी।
Good update 👌🏻
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