Cyber Crime : देश भर में बहुत तेज़ी से बढ़ रहे साइबर फ्रॉड के खिलाफ सरकार ने बड़ा कदम उठा है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI ने इस साल 13 मिलियन संदिग्ध सिम कार्ड को ब्लॉक किया गया है। इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है की केंद्र सरकार ऑनलाइन फ्रॉड की समस्या से कितना परेशान है।
भारत सरकार की तरफ से साइबर फ्रॉड रोकने की तमाम कोशिश फेल हो चुकी है, लेकिन समस्या पूरी तरह बरकरार है। ऐसे में सरकार एक्शन के मूड में आ चुकी है।
केंद्र सरकार ने कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन यानी CNAP सर्विस को 100 दिनो में शुरू करने का ऐलान किया है। जिसके अंतर्गत अनजान कॉल करके फ्रॉड करने वालों की पहचान की जाएगी ,और फ्रॉड कॉल करने वाले का नंबर हमेशा के लिए ब्लॉक कर दिया जायेगा।
अगस्त में शुरू होगा CNAP सर्विस :-
केंद्र सरकार ने इस तरह के मामलों की शिकायत के लिए एक नोडल एजेंसी बनाने का प्रस्ताव रखा है, जिसे नेशनल साइबर सिक्योरिटी एजेंसी के नाम से जाना जाएगा।
सरकार की ओर से कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन यानी CNAP सर्विस को 100 दिनो में शुरू करने का ऐलान किया है। माना जा रहा है की 1 अगस्त से पुरे देश में कॉलर आईडी सिस्टम को लागू किया जा सकता है।
डिजिटल फ्रॉड को रोकने के लिए NCSA सरकार की ही एक ऑर्गेनाइजेशन है।टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI ने 23 फरवरी को फ्रॉड कॉल करने के लिए CNAP बनाने का प्रस्ताव दिया गया था।इस साल सरकार की ओर से 13 मिलियन संदिग्ध सिम कार्ड को ब्लॉक किया गया है ,और 70 हजार प्वाइंट ऑफ सेल मशीन डिस्कनेक्ट किया गया।
इस साल फ्रॉड की घटनाओं को अंजाम करीब 1.56 लाख हैंडसेट के द्वारा दिया गया है। इसी दौरान करीब 200K फेक एसएमएस हैंडल को बंद किया गया है।
हम ये मान सकते है भारत सरकार का साइबर फ्रॉड के खिलाफ ये बड़ा कदम हो सकता है।
ये भी पढ़े :-TECH : IPHONE का डेटा खतरे में ,पेगासस जैसे अटैक का है खतरा :
[…] […]